धर्म एवं दर्शन
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शुक्रवार व्रत कथागोपाल शुक्ला
इस व्रत को करने वाला कथा कहते व सुनते समय हाथ में गुड़ व भुने चने रखे, सुनने वाला सन्तोषी माता की जय - सन्तोषी माता की जय बोलता जाये आगे... |
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सोमवार व्रत कथागोपाल शुक्ला
सोमवार के व्रत में शिवजी और पार्वती जी का पूजन करना चाहिये। आगे... |
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शनिवार व्रत कथागोपाल शुक्ला
शनि की दशा को दूर करने के लिए यह व्रत किया जाता है। शनिस्तोत्र का पाठ भी विशेष लाभदायक सिद्ध होता है। आगे... |
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रविवार व्रत कथागोपाल शुक्ला
सभी मनोकामनाओं की पूर्ति हेतु रविवार का व्रत श्रेष्ठ है आगे... |
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कामना और वासना की मर्यादाश्रीराम शर्मा आचार्य
कामना एवं वासना को साधारणतया बुरे अर्थों में लिया जाता है और इन्हें त्याज्य माना जाता है। किंतु यह ध्यान रखने योग्य बात है कि इनका विकृत रूप ही त्याज्य है। आगे... |
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विजय, विवेक और विभूतिरामकिंकर जी महाराज
विजय, विवेक और विभूति का तात्विक विवेचन आगे... |
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सुग्रीव और विभीषणरामकिंकर जी महाराज
सुग्रीव और विभीषण के चरित्रों का तात्विक विवेचन आगे... |
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प्रेममूर्ति भरतरामकिंकर जी महाराज
भरत जी के प्रेम का तात्विक विवेचन आगे... |
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प्रसादरामकिंकर जी महाराज
प्रसाद का तात्विक विवेचन आगे... |
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परशुराम संवादरामकिंकर जी महाराज
रामचरितमानस के लक्ष्मण-परशुराम संवाद का वर्णन आगे... |